रिदम ने देखा अभिमन्यु को रजाई से सिर खोलकर और मन ही मन में बड़बड़ाई "इतनी जल्दी कैसे किसी को नींद आ सकता है जब इंसान दिनभर आराम किया हो और खूबसूरत बीवी बगल में सोई हो उसने धीरे से करवट लिया फिर उससे चुपचाप रहा नहीं गई फिर वो लापरवाही से अपनी हाथ को सावधानी अभिमन्यु कि ओर बढ़ा दी और उंगली से अभिमन्यु के माथे से गाल पर हाथ फेरती है... अचानक एक आवाज गूंज गई..."नींद नहीं आ रही ..रिदम झेंप गई और हाथ पीछे हटाने लगी... जैसे ही वह अपना हाथ पीछे ले लेने लगी तो अभिमन्यु