एपिसोड 20 ( दोस्ती का हाथ.. ) अभिराज महक को आरव से इन्ट्रोड्यूस करवाता है | “महक बेटा , ये है मेरे बड़े भी का बेटा आरव” महक हैरनियत से आरव को अपनी आँखें फाड़े बस देखे जा रही थी | उसे तो मानो कुछ समय के लिए होश ही नहीं था, की उसके आस-पास कौन है | वहीं, आरव एक समिल के साथ शाही अंदाज मे महक के पास जाता है, ओर महक के सामने अपने हाथ बढ़ देता है | “हैलो , मिस महक | माई सेल्फ आरव कपूर” महक शॉक होकर आरव को देख रही थी |