जिन्न का वारिश, भाग _०२ , सोनू समाधिया 'रसिक', द्वारा - जावेद सरपंच से घर न जलाने को कहता है। तो सरपंच जावेद को एक रात का समय देता है। और कहता है अगर सुबह होने से पहले घर से बाहर नहीं निकले तो वो सब उस घर को जला देंगे।जावेद अपने घर पहुंच जाता है। वह अपने गले में पड़े ताबीज को चूमकर अपने घर के अंदर दाखिल होता है। उसे बहुत अजीब लग रहा था। वह घर के अंदर जाने से झिझक रहा था। जावेद जैसे ही घर के गेट को खोलने के लिए अपना हाथ बढ़ाता है