1. स्त्रियांबाथरूम मे जाकर कपड़े भिगोती है। बच्चो और पति की शर्ट की कॉलर घिसती है। बाथरूम का फर्श धोती है ताकि चिकना न रहे। फिर बाल्टी और मग भी मांजती है। तब जाकर नहाती है। और तुम कहते हो कि, स्त्रियां नहाने में कितनी देर लगातीं है। स्त्रियां किचन में जाकर सब्जियों को साफ करती है। तो कभी मसाले निकलती है । बार - बार अपने हाथों को धोती हैआटा मलती है। बर्तनों को कपड़े से पोंछती है। वही दही जमाती घी बनाती है। और तुम कहते होखाना में कितनी देर लगेगी। स्त्रियां बाजार जाती है। एक - एक