सुबह की 8 बजे वाली बस की हॉर्न रेशमा की दिलों को झकझोर दिया करता था। घर जो मैन रोड के करीब था।उसकी नजर हर आती जाती हुई गाड़ियों में अपनी नैयर जाने वाले लोगों को तलाशती फिरती। पिछले दिनों घर के बाहर भैंसों को चारा दे रही थी तो श्याम जी चाचा और उनके लड़के मिल गए थे।अपने नैयर के लोगों को देख गजब की उत्सुकता जागी थी उस दिन रेशमा के अंतरात्मा में।उसके नैयर और ससुराल में ज्यादा दूरी नही है फिर भी 10kam रहा होगा। ससुराल में घर शहर को जाने वाली रोड से एकदम सटा हुआ