लघुककथा टकटकीबंधे - बंधाए ढर्रे पर एक बलात्कार और हुआ ।हमेशा की तरह यह भी वहशी दबंगों का ही एक सुगलमेला था और इलाके की पुलीस के लिये रूटीन तहकीकात।विपक्षी दलों के लिए यह एक मौका था। राजनितिक पर्यटन जरुरी हो गया। उनके सारे नेता एक - एक करके उस स्थान पर गये जहाँ लड़की के जिस्म और जान दोनों को रौंदा गया था । पसंदीदा पत्रकारों की एक टोली भी अपने महंगे कैमरों के साथ उनके साथ थी। लड़की और उसका परिवार सब के सामने लड़की के लहू - लुहान अधनंगे शरीर को लेकर तड़प रहा था ।मामले को