उत्सव में सम्मिलित होने आए सभी रिश्तेदार वापस लौट चुके थे परिवार अपने नियमित दिनचर्या पर लौट आया। पंडित शोभराज तिवारी ने पत्नी स्वाति को बुलाया फिर चिन्मय को और चिन्मय से पूछा- तुमने आदिवासी जुझारू औऱ तीखा का चरण स्पर्श क्यो किया? सभी नातेदार रिश्तेदार गांव जवार वालो के सामने पिता द्वारा ऐसा प्रश्न सुनते ही चिन्मय भौचक्का हो गया वह थर थर कांपने लगा क्योकि पिता ने कभी भी चिन्मय से कोई सवाल इतनी कठोरता से नही किया था । चिन्मय ने स्वंय को संयमित करते बोला पिता जी बड़े बुजुर्गों का सम्मान करना तो