आंसू आंसू की बात करती है दुनिया कुछ लोग बिन आंसू रोते हैं... अकेले में खुद को ही वो टोहते हैं। टोहते है वो खुद को, वो देखे मन में रोते खुद को, अकेले में खुद को ही वो टोहते हैं। टोहते हैं वो खुद को, वो देखे मन में रोते खुद को, आंसू है या पानी पता भी नहीं चलता किसी को, आंसू आए जब भी उनको, वो आंसू को पानी बोल देते हैं। खुद को अकेले में टोहते हैं, मिले ना कोई अपना उनको, मतलबी दुनिया में, मतलबी रिश्ते ही मिले उनको। आंसू खुशी