प्यार की बातें - 1 - हयात कहानी

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हयात कहानी‘‘कल जल्दी आ जाना.’’ ‘‘क्यों?’’ हयात ने पूछा. ‘‘कल से रेहान सर आने वाले हैं और हमारे मिर्जा सर रिटायर हो रहे हैं.’’ ‘‘कोशिश करूंगी, ’’ हयात ने जवाब तो दिया लेकिन उसे खुद पता नहीं था कि वह वक्त पर आ पाएगी या नहीं. दूसरे दिन रेहान सर ठीक 10 बजे औफिस में पहुंचे. हयात अपनी सीट पर नहीं थी. रेहान सर के आते ही सब लोगों ने खड़े हो कर गुडमौर्निंग कहा. रेहान सर की नजरों से एक खाली चेयर छूटी नहीं. ‘‘यहां कौन बैठता है?’’ ‘‘मिस हयात, आप की असिस्टैंट, सर, ’’ क्षितिज ने जवाब दिया.