नि:शब्द के शब्द - 25

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नि:शब्द के शब्द / धारावाहिक पच्चीसवां भागमोहिनी के मर्डर की साजिश मनुष्य अगर परमेश्वर की मर्जी के बिना अपनी दुनियां खुद बसाने लगे तो बनाने वाले का परिश्रम व्यर्थ ही कहलायेगा. यदि ईश्वर ही घर न बनाये तो फिर उसे क्या मनुष्य बना सकता है? यदि मनुष्य की सुरक्षा विधाता न करे तो उसका जीना कठिन हो जाता है. मनुष्य जो दिन-रात कड़ी-से-कड़ी मेहनत करके दुःख की रोटी खाता है, क्या उसे बगैर परमेश्वर की मर्जी के मिल जाया करती है? कोई सुख की रोटी खाता है. कोई दुःख भरी, आंसुओं के साथ अपनी रोटी खा लेता है. कोई रोता