और माँ के अतीत से माया के मन मे एक डर बैठ गया।उसके मन मे मर्द की नकारात्मक छवि बन गयी।उसे सब मर्द धोखेबाज ऑड बेवफा नजर आने लगे और मर्द से दोस्ती करना तो दूर वह उनसे दूर रहने लगी।उसकी कम्पनी में नौकरी लग गयी और इस फ्लेट में वह किराए पर आई लेकिन उसने किसी मर्द से वास्ता नही रखा।सिर्फ दो से उसकी दोस्ती थी।एक तनुजा दूसरी श्रुति।लेकिन तनुजा जब से एक लड़के के साथ लिव इन मे रहने लगी थी।तब से माया ने उससे दूरी बना ली थी।माया को तलाश थी राघव की।और एक दिन अपनी कार