महावीर लचित बड़फूकन - पार्ट - 4

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राजदूत ने दिल्ली लौट कर सारी बातें औरंगजेब को बता दीं। वह क्रोधाग्नि से जल उठा। उसने निश्चय किया कि वह घमंडी असमियों को सबक सिखायेगा । औरंगजेब बहुत धूर्त व कपटी राजा था। उस समय शिवाजी आगरा से भागने में सफल हो गये थे। औरंगजेब को राम सिंह पर संदेह था कि उसने शिवाजी को भाग जाने में मदद की है। फिर भी उसने राम सिंह को बुलाया और उसे असम पर आक्रमण का संचालन व नेतृत्व सौंप दिया। असम में जाना ही एक भयभीत करने वाली बात थी। असम काले जादू का गढ़ माना जाता था। वहाँ का