राष्ट्रप्रेम

  • 2.2k
  • 819

राष्ट्रप्रेमदेश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर था। दुकानदार लगभग हर चीज में मिलावट कर बेच रहे थे। सभी दफ्तरों में सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों की मनमानी चल रही थी। महिलाओं और बच्चों का अपहरण आम हो गया था। लड़कियों और महिलाओं का घर से बाहर निकलना लगभग दूभर हो गया था। आम आदमी का जीना मुहाल हो गया था।इससे तंग आकर लगभग सभी समाज के कुछ प्रबुद्ध लोगों ने देश के प्रधानमंत्री जी से भेंट कर स्थिति में सुधार करने के लिए निवेदन करने का निश्चय किया। हालांकि ऐसे परिवेश में प्रधानमंत्री जी से भेंट का समय ले पाना बहुत ही मुश्किल