कहते है कोई चाहे जितनी भी कोशिश कर ले पर जो हमारी नियति में होता है वो हमें मिलकर ही रहता है। पर क्या हो जब एक धोखे से निकलने के बाद आपको मिले बिजनेस की दुनिया का ऐसा बादशाह जो खुद किसी धोखे से कम नहीं! ये कहानी है नायरा और अथर्व की, जहाँ एक और अथर्व शहर का बड़ा बिजनेशमेन है वहीं दूसरी तरफ है नायरा जिसको जिंदगी में अब तक सिर्फ धोखा ही मिला है। और एक दिन उसकी यही नियति उसे अपने ही दादाजी के खून के इल्जाम में बांध देती है और उसकी मुलाकात होती है अथर्व खुराना कैसी होगी दोनों कि मुलाकात ?