छत्रसाल (4 मई, 1649-20 दिसंबर, 1731) भारत के मध्ययुग के एक महान् राजपूत (क्षत्रिय) प्रतापी योद्धा थे, जिन्होंने मुगल शासक औरंगजेब को युद्ध में पराजित करके बुंदेलखंड में अपना राज्य स्थापित किया और ‘महाराजा’ की पदवी प्राप्त की। छत्रसाल बुंदेला का जीवन मुगलों की सत्ता के विरुद्ध संघर्ष और बुंदेलखंड की स्वतंत्रता स्थापित करने के लिए जूझते हुए बीता। महाराजा छत्रसाल बुंदेला अपने जीवन के अंतिम समय तक आक्रमणों से जूझते रहे। बुंदेलखंड केसरी के नाम से विख्यात महाराजा छत्रसाल बुंदेला के बारे में ये पंक्तियाँ बहुत प्रभावशाली हैं— इत यमुना, उत नर्मदा, इत चंबल, उत टोंस। छत्रसाल सों लरन