प्रेम निबंध - भाग 17

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कहानी उससे आगे बढ़ती लेकिन उन्होंने कहानी में नया कथानक जोड़ दिया था इसलिए अब महता और मालवी को एक प्रकार से न चाहकर अलग होना ही था। कही न कही दोनो की गलती थी भी और नहीं भी। परंतु नियति को प्राथमिकता देते हुए मेहता मर्यादित पेश आना चाहते थे। जो की हुआ। उन्होंने अब मालवी को मिलने से मना कर दिया। और बहुत सारी बाते जो की मर्यादा में आती है। उनका पालन करने को कहा। बताया की अब मालवी का विवाह होना है। और वह किसी और से प्रेम में बंधेगी। इसलिए उसको अब मेहता से दूरी