साथिया - 25

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अक्षत और ईशान रेडी होकर निकल गए शालू से मिलने। ईशान ने शालू को पहले ही समझा दिया था और यह भी कह दिया था कि साँझ को शक नहीं होना चाहिए कि अक्षत उसे देखने आ रहा है। शालू साँझ के हॉस्टल पहुंची तो देखा साँझ अपनी पैकिंग कर रही थी। " क्या हुआ कहां जाने की तैयारी है? "शालू ने बिस्तर पर फ़ैलते हुए कहाँ। "शाम को दीदी आ रही है मेरी और कल उनके साथ गांव जाना है तो वही तैयारी कर रही थी..!" साँझ बोली। "हां तो ठीक है कल जाना है ना...? आज तो फ्री