शाह पूरी हवेली में सुभाष को काम बताता रहा और सुभाष भी काम को नोट करता जा रहा था। पूरी हवेली का काम समझाने के बाद शाह और सुभाष फिर से बाहर आ गए थे। कुछ ही देर में भौमिक भी हवेली के बाहर आ गया था। शाह सुभाष से कह रहा था- तो सुभाष मैंने तुम्हें पूरा काम समझा दिया है। अब जब एसीपी साहब अनुमति दे तुम अपना काम शुरू कर देना। मैं परसों निकल जाउंगा, इसलिए पेमेंट की जो भी बात है वो हम फोन पर ही करेंगे। बिल जो भी हो तुम राजन को बता देना