मानव के बेहोश होने के बाद परमार ने उसे भी हॉस्पिटल के लिए रवाना कर दिया और फिर उसे भौमिक के केबिन में आकर खड़ा हो गया। भौमिक अब तक खामोश था और अपनी कुर्सी पर बैठे कुछ सोच रहा था। भौमिक को इस तरह से सोच में बैठा देख परमार ने उससे प्रश्न कर दिया- सर क्या सोच रहे हैं ? परमान ने पूछा। परमार मुझे लगता है कि या तो ये बच्चे उस कत्ल के बारे में कुछ जानते ही नहीं है और या फिर इन्हें बहुत कुछ पता है और ये बता नहीं रहे हैं। भौमिक ने