भौमिक वहां से निकल कर हवेली के पीछे बने नौकर राजन के कमरे की ओर चला गया। इस दौरान बाकि पुलिसकर्मी अपना काम कर रहे थे। फोरेंसिक टीम भी अपने काम में व्यस्त थी। वहीं परमार अपने काम में व्यस्त था। भौमिक राजन के कमरे पर पहुंचा तो राजन बाहर ही बैठा हुआ था। भौमिक को अपनी ओर आता देख राजन तुरंत उठकर खड़ा हो गया था। भौमिक उसके पास पहुंचा तो राजन ने उसे नमस्ते किया। तुम्हारा ही नाम राजन है ? भौमिक ने प्रश्न किया। जी, साहब मेरा ही नाम है। कितने समय ये यहां काम कर रहे