कलयुग के श्रवण कुमार - 7 - मन की शीतलता

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मन की शीतलता (सामाजिक कहानी) गर्मी अपने चरम पर थी, महीना जरूर अप्रैल था किंतु गर्मी बाप रे.. अभी से 38°C - 40°C पहुंच रहा था। अनुराग क्रूड रिफाइनरी प्लांट गेट के बाहर आया। अनुराग एक कॉन्ट्रैक्टर के यहां साइट इंचार्ज (इंजीनियर) के रूप मे कार्यरत है। गर्मी जिस दिन से बढ़ी, अनुराग ने सामने वाली शिकंजी (गूंद क़तीरा, नींबू, ठंडे चीनी बर्फ मिश्रित मीठा पेय) की दुकान पर शिकंजी पीना शुरू कर दिया, उसे तपती धूप मे भागना दौड़ना पड़ता है। पर यह गर्मी मे शरीर को शीतल रखती है। यह देशी शीतल पेय पंजाब का विशेष पेय है।