गुड़गांव के शीतला माता मंदिर में जो भी श्रद्धालु आते थे, वह शीतला माता चौराहे वाली छोटी माता के दर्शन करने के बाद आसपास रहने वाले लोगों और दुकानदारों पुजारियों से एक बार नहीं के कई बार पूछते थे कि "यह कालू कुत्ता इंसानों जैसे शीतला माता के मंदिर पर आने वाले श्रद्धालुओं की ऐसी सेवा करता है, जैसे यह कोई इंसान हो भक्तजनों के जूते चप्पलों का ध्यान रखता है जो श्रद्धालु वहां वाहन से आते हैं, उनके वाहनों का ध्यान रखता है, शीतला माता मंदिर से चौराहे वाली माता के मंदिर तक श्रद्धालुओं को छोड़ने जाता है, इंसानों