बुढ़ापे से जवानी की ओर (सच्ची घटना) - 2

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बुढ़ापे से जवानी की ओर -2 (सच्ची घटना) आर० के० लाल  राकेश जी का भतीजा नीरज  छुट्टियां बिताने एक हफ्ते से उनके यहां आया था । रिटायर होने के बाद राकेश अपनी ज्वाइंट - फैमिली को छोड़ कर अपने बेटे सुमित के यहां नोएडा चले आए थे। नीरज ने सोचा था कि नोएडा चलकर  खूब मस्ती करेंगे और चाचा के साथ खूब घुमेंगे, मॉल जाकर पी वी आर में मूवी देखेंगे मगर यहां जाकर उसने महसूस किया कि उसके चाचा तो पहले वाले जिंदादिल इंसान रह ही नहीं गए हैं और वे काफी बदल गए हैं। उनकी मानसिकता संकीर्ण सी