भगवान कृष्ण महारथी कर्ण एवं सूफी संत कबीर -सूफी संत कबीर संत परम्परा के ऐसी कड़ी जो निराकार ब्रह्म को ब्रह्मांडीय कल्पना का सत्त्यार्थ बताते है जबकी उनकी मान्यताओं का आधार भगवत गीता का कर्म सिंद्धान्त है।गीता उपदेश कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को माया से मुक्त करने के लिए दिया गया था औऱ श्री कृष्ण को भगवान उनके काल मे ही स्वीकार किया गया है जो स्वयं साकार थे मानव शरीर से उनकी लीलाएं अनेक धार्मिक एवं आधुनिक वैज्ञानिक ग्रंथो में वर्णित है।कबीर आत्मीय बोध का ईश्वर घट घट वासी ब्रह्मांड का चैतन्य सत्य स्वीकार करते है किंतु