हनुमान का स्मरण करने वाला विख्यात हो जाएगा और उसे बुद्धि, बल और साहस की प्राप्ति होगी, वह भय और रोग से मुक्त हो जाएगा तथा वाक्पटुता में पारंगत हो जाएगा। —हनुमन स्तोत्र सुग्रीव, हनुमान को अपने साथ लेकर किष्किंधा पहुँच गया। वहाँ उसने हनुमान को बाली से मिलवाया और बताया किस प्रकार हनुमान ने वन्य पशुओं से उसकी रक्षा की थी। उसने बाली से हनुमान की महानता का उल्लेख भी किया। पहले तो बाली को हनुमान पर संदेह हुआ क्योंकि उसने हनुमान को बचपन में मारने का प्रयास किया था जिससे वह बड़ा होकर बाली से उसका सिंहासन न