राजौरी के पास पर्वतीय रियासत पुंछ का एक छोटा सा गाँव है ‘रजौरी’, यहीं सन् 1670 ई. में राजपूत रामदेव के यहाँ कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में एक मेधावी बालक का जन्म हुआ, जिसका नाम लक्ष्मण देव रखा गया। बड़ा होने पर वह बहुत ही निडर तथा साहसी निकला। जंगली जानवरों का शिकार करने में उसकी बहुत रुचि थी। उसका लक्ष्य अचूक होता था। वह अत्यंत शक्तिशाली था, जिससे जंगल के हिंसक पशु भी उससे भयभीत रहा करते थे, उसके मुख और नेत्रों में अनोखी चमक व्याप्त थी। एक बार भूल से उसने एक हिरणी को अपने तीर का