अगले दिन रुद्राक्ष जतिन से मिलने उसकी कंपनी पहुँच गया। जतिन पहले तो उसे देखकर सकपका गया। मगर बाद में ख़ुद पर संयम रखते हुए उसने उसे बैठने के लिए कहा। रुदाक्ष ने पहले उसके केबिन को देखा, मगर फ़िर जतिन को देखते हुए बोला, नैना राठौर सिंह को जानते है, आप ? जी बिलकुल, उनके ब्रैंड को मैं ही प्रमोट कर रहा था। उनकी कुछ ख़बर मिली ? हम अपना काम कर रहें हैं । अच्छा यह बताए आप उन्हें कौन सा परपोजल दे रहें थें? जी, मैं कुछ समझा नहीं ? उसने जेब