काला जादू ( 3 )इस दौरान अश्विन की नजर विंशती पर पड़ी, नीले सूट में वह बेहद खूबसूरत लग रही थी ।अश्विन और प्रशांत को देखकर विंशती ने एक एक प्लेट में पराठें , अचार ,दही, चटनी और आलू छोले की सब्जी परोस कर उन दोनों की दी ,उसके बाद वह दोबारा परांठे बनाने लगती है ।"खाओ दादा.... "प्रशांत ने अश्विन से कहा। अश्विन नाश्ता करने के समय नजरे बचा बचा कर विंशती को देख रहा था उसने देखा कि इस दौरान वह चेहरे से बहुत गंभीर लग रही थी ।वह दोनों नाश्ता कर ही रहे थे कि तभी वही