मेरे…. इस जगह में नहीं कुछ नही लिख सका क्योंकी आप तो जानते ही है मेने आपको स्कूल में कभी नहीं माना जो आप थे l शायद आप इस वर्णन से ही जान जायेंगे की में कोन हूं l नमस्ते सर यह ‘सर’ शब्द तो मैंने कभी आपको कहा ही नहीं, और नही कहा आपको ‘आप’ l आज मुझे समझ में आया जब मुझे मेरे स्टूडेंट ‘सर’ कहकर बुलाते हैं l इस शब्द के लिए शायद आप तरस भी गए हो पर मैंने आपको कभी भी ना टीचर माना ना सर कहा l इसलिए मैं बहुत ही शर्मिंदा हूं