बंजारन चुड़ैल की पूजा करने आए उस परिवार की बात सुनकर शम्मी अपने दिल में सोचता है जिसे यह देवी समझ रहे हैं, वह अपनी मुक्ति के लिए मेरी गुलाम बन गई है फिर उस समय शम्मी कि इच्छा होती है कि इस परिवार से पता तो करूं की बंजारन चुड़ैल ने इनको कैसे इंसाफ दिलाया है तो वह परिवार बताता है कि मैंने अपने बेटे की शादी के लिए गांव के एक अमीर आदमी से दस हजार रुपए का कर्जा लिया था, उस अमीर आदमी ने हम दोनों अनपढ़ बाप बेटे के दस हजार कि जगह एक लाख के