श्मशान घाट की तरफ से ऐसी आवाज जैसे कोई अपनी नाक अपने हाथों कि उंगलियों से कसकर दबाकर बोल रहा हो सुनकर शम्मी समझ जाता है कि यह भूत कि आवाज है, क्योंकि उसने किसी से सुना था कि भूत प्रेत नाक से बोलते हैं, इसलिए वह मिठाई का डिब्बा महादेव के मंदिर के पास रख कर और तेज चिल्ला कर बोलकर कि मैंने मिठाई महादेव के मंदिर के आगे बने पत्थर के चबूतरे पर रख दी है, यहां से उठाकर मिठाई खा लेना और खुद यह बात कहकर रेल कि पटरी के किनारे-किनारे उस तरफ तेज़ तेज़ चलना शुरू