रूही.. रूही... क्या कर रही हो तुम?हा अम्मी आई यही हु छत पे कपड़े सुखा रही हु अम्मी.अम्मी: नीचे आ देख तेरी बुआ आई हे. ( बूआ का नाम सुनते ही रुही के खिलखिलाते खूबसूरत चेहरे पर से मुस्कान जैसे गायब हो जाती हे)वह मायूस सा चहरा लेकर नीचे आईउसकी मायूसी देखकर बूआ बोली,देख में तेरे लिए क्या लाई हु कितनी बढ़िया ड्रेस हे ना ये!मुझे देखते ही पसंद आ गई तो सोचा अपनी होने वाली बहु के लिए ले जाऊ.(उसकी बाते सुनकर रूही ने कुछ नाराज़गी से कहा)तो फिर आप इस ड्रेस को संभाल कर रखे अपनी होने वाली