सैम बहादुर (I am fine) दो फिल्में एक साथ रिलीज होती हैं। एक बायोपिक तो दूसरा अति मसालेदार बे सरपैर की। मुझे मसालेदार फिल्में कम ही पसंद आती है तो मैंने सोमवार के लिए सैम बहादुर के टिकट ऑन लाइन देखना शुरू किया। मैंने पाया कि इसके शो बहुत ही फालतू वक्त पर सारे मल्टीप्लेक्स में हैं, जैसे सुबह के साढ़े नौ बजे तो रात के साढ़े नौ बजे। बमुश्किल घर से दूर वाले एक मल्टीप्लेक्स में दोपहर का शो दिखा तो मैंने टिकट बुक कर लिया। किसी फिल्म को हिट या फ्लॉप बनाने का खेल उसके शो टाइम पर