बंधन प्यार का - 1

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नरेश से आकर एक युवती टकरायी तो उसके हाथ से बेग गिर गया।नरेश बेग उठाने को झुका तो वह युवती भी झुकते हुए बोली,"सॉरी।""नो मेंशन।आल राइटवह युवती चली गयी लेकिन उसकी मोहिनी छवि नरेश के दिल मे अंकित हो गयी।क्या गजब की सुंदर थी।वह इतनी जल्दी में थी कि नरेश उससे उसका नाम भी नही पूछ पाया।नरेश उस दिन के बाद रोज उस युवती को प्लेटफॉर्म पर खोजता पर वह उसे नही मिली।लेकिन एक दिन वह ट्रेन में चढ़ा और ज्यो ही अंदर गया।वह युवती उसे मिल गयी।उसके पास वाली सीट खाली देखकर नरेश बोला,"क्या मैं यहां बैठ सकता हूँवह