साक्षात्कार …. - 1

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दिल्ली के पीयूष गोयल से खास बातचीतकाम को अच्छी तरह करने के लिए उस में रस लेना चहिए और काम में रस आए इसके लिए काम आप की पसंद का होना चाहिए।जिन लोगों ने राष्ट्र, संस्कृति जैसे निर्माण के बड़े बडे़ काम किए है वे सभी तत्पर और जागृत कार्यकर्त्ता थे।जय जय कार के फेर में न पड़ कर अच्छे फल के लिए कोशिश करते रहें। पीयूष गोयल एक ऐसे किरदार है जो एक ख़ास तरह की कला के जरिए देश विदेश में नाम कमा रहे हैं। दर्पण छवि लेखन और सूक्ष्म वस्तुओं पर महाकाव्य उकेरने वाले श्री गोयल की