भाग 13 मीनू ने फिर से कुछ चिप्स खाए और फिर से अपनी कहानी को आगे बढ़ाया। चंद्रशेखर ने पानी की टँकी के पास लंबी सी, घूँघट ओढ़े हुए एक महिला को खड़े देखा। पुष्पशेखर की पत्नी का हुलिया भी लगभग ऐसा ही था, इसलिए चंद्रशेखर ने खाँसकर निकलने के लिए रास्ता मांगा। महिला वही खड़ी रहीं। अब चंद्रशेखर का पारा चढ़ गया। वह बड़बड़ाने लगा। महिला अब अपनी जगह से कुछ कदम पीछे हट गई, लेकिन अब भी उसने चंद्रशेखर का रास्ता रोके रखा। चन्द्रशेखर कहने लगा जरा भी संस्कार नहीं बचे कि जेठ के सामने से हट जाएं।