(भाग 22) अब तक आपने पढ़ा कि प्रेम और अंशुला किसी खास मकसद से स्टोर रूम में आते है। अब आगें... प्रेम ने जल्दबाजी करते हुए अंशुला से कहा - " डॉक्युमेंट को लेकर मैंने सारी फॉर्मेलिटी कर दी है। पहले यदि ऐसा पता होता कि यूँ ऐंन बखत वकील साहब प्रेमलता के अंगूठे के निशान भी मांग लेंगे तो मैं उसी वक्त निशान ले लेता जब वह मृत पड़ी हुई थी। अब फ़िर से गढ़े मुर्दे को निकालकर गधा हम्माली करो और निशान लो। यह सचमुच थका देने वाली प्रक्रिया है।" यह कहकर वह कुदाल से फर्श उखाड़ने लगा।