(भाग-9) अब तक आपने पढ़ा कि किटी वीरान से पड़े गलियारे में एक चूहे को बुरी तरह से पीटती हुई मिलती है। अब आगें... रघुनाथ ने जब शोभना से कहा कि अपने आपकों सम्भालो तब शोभना मन में अथाह पीड़ा लिए हुए कहती है - "संभालना तो हमें अपनी बच्ची को हैं। रघु, हमनें बहुत देर कर दी समझने में...वह औरत मेरी बच्ची को आसानी से नहीं छोड़ेगी।" किटी अब भी चूहे को पीटे जा रही थीं। दूर खड़ी सिसकती हुई शोभना के विलाप करने से उसका ध्यान टूटा। उसने लट्ठ छोड़ दिया और शोभना की ओर देखा। वह अब