(भाग 7) अब तक आपने पढ़ा कि रघुनाथ घर में अजीबोगरीब घटनाओं को देखता है। उसे छत से किसी महिला के गुनगुनाने की आवाज़ सुनाई देती है। वह अपने कदम छत की ओर बढ़ा देता है। अब आगें... रघुनाथ दबे पांव ऊपर की ओर बढ़ते चले जाते हैं। छत की सीढ़ी के दरवाजे की ओट से झाँककर देखने पर रघुनाथ को छत की मुँडेर पर बैठी हुई एक महिला देखती है। उस महिला की पीठ रघुनाथ की ओर थी अतः उसका चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था। दूर से देखने पर तो वह शोभना की तरह ही लग रहीं थीं।