अन्धायुग और नारी--भाग(२६)

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मैं हाथ मुँह धोकर डाइनिंग हाँल की ओर बढ़ गया,मैंने वहाँ जाकर देखा कि वहाँ और भी लड़के मौजूद थे,कुछ मुस्लिम थे और ज्यादातर हिन्दू थे मुझे देखकर उनमें से एक लड़का जो मुझसे उम्र में बड़ा था,वो आकर मुझसे बोला.... "मालूम होता है आज ही आए हैं आप!" "हाँ!आज ही आया हूँ",मैंने जवाब दिया... "नौकरी करते हैं या पढ़ाई कर रहे हैं",उन्होंने मुझसे पूछा... "पढ़ाई कर रहा हूँ",मैंने जवाब दिया... "क्या विषय चुना है"?उन्होंने पूछा... "वकालत",मैंने जवाब दिया... "ओह...मालूम होता है साहब रुपए कमाने का बहुत शौक रखते हैं, तभी ऐसा पेशा चुना है",वें बोलें... "नहीं! ऐसा कुछ नहीं