आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.

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एक मछुआरा रोज़ाना मछलियाँ बेच कर अपने परिवार का लालन पालन करता था, बात बहुत पुरानी हैं,एक दिन जैसे ही मछली पकड़ कर अपनी टोकरी में रख रहा था,एक मछली बहुत ज़ोर-ज़ोर से उछल कूद कर रही थी बड़ी ही बेचैन थी,मछुआरे ने अपनी टोकरी से निकाल कर देखा तो मछली की आँखें नम थी,तभी मछली ने एक मोती उगल दिया,उस पर लिखा था,भैया मुझे छोड़ दो,मेरे बिना मेरे बच्चे मर जाएँगे. मछुआरे को तरस आ गया और उस मछली को छोड़ आया.और वो मोती अपने पास सुरक्षित रख लिया.ऐसे ही चलता रहा,पर बात मछुआरे को लग गई,एक दिन फिर