(89) साइमन बेसब्री से कुलभूषण के मैसेज का इंतज़ार कर रहा था। पैंतालीस मिनट हो गए थे। पर मैसेज नहीं आया था। उसने सोचा कि पाँच मिनट और देख लेता है। पाँच मिनट पूरे होने के बाद भी मैसेज नहीं आया तो उसने कुलभूषण के फोन पर कॉल की। फोन उठा नहीं। वह समझ गया कि कुलभूषण मुश्किल में है। उसने फौरन कंट्रोल रूम को आदेश दिया कि हुसैनपुर के थाने को उस लोकेशन पर टीम भेजने को कहे। उसने यह भी कहा कि टीम का लीडर उससे संपर्क करे। उसके बाद उसने अपने ड्राइवर को फोन किया। उससे कहा