आज और अभी मेरे दिल में एक लड़की समाई उसकी मासूमअदाओं से मेरी जान पर बन आई पीछा किया उसका दिलों जान से करूंगा इजहार आज और अभी प्यार के फरमान से पीछा करते करते पहुंचा इसी अरमान से देखा वो मिलीमेरे भाईजान से भाईजान ने मुझे देखा और बोले बड़े ही शुभ मौके पर पहुँचे हो आओ " प्रेम "आज और अभी मिलो मेरी मोहब्बत और होने वाली अपनी प्यारी " भाभीजान " से आज और अभी मिलने को कहकर वो एक घंटा देर से आई आते ही उल्टा वो हम पर चिल्लाई इधर थे हम गर्मी से परेशान