ऐसे बरसे सावन - 16

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अब आगे अभिराम की चोर नज़रें स्वरा पर टिकी रहती है जिस बात से स्वरा बिल्कुल अनजान हैं.....स्वरा को बस में जाता देख जिन नजरों में कुछ घंटे पहले चमक नज़र आ रही थी अब उन नजरों में उदासी छा जाती हैं l सभी धीरे धीरे अपने अपने वाहनों से अपने घरों की ओर जाने लगते हैं l इन सब के बीच एक इंसान ऐसा था जिसकी नज़रें अभिराम की बैचेनी को बखूबी मेहसूस कर रहा है......उसकी हर हरकत को बखूबी नोटिस कर रहा हैं जिसका पता अभिराम को भी नहीं है l अगले दिन सुबह ठीक चार बजे ही