असमर्थों का बल समर्थ रामदास - भाग 10

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शिष्य परीक्षा के अनोखे तरीकेसमर्थ रामदास को लोगों की बहुत अच्छी परख थी। अपने शिष्यों के लिए वे गुणपारखी गुरु थे। न सिर्फ गुणों की बल्कि शिष्यों की योग्यता की भी परख उनके द्वारा कड़ी परीक्षाओं द्वारा होती थी।एक बार स्वामी कुछ परेशान से थे। शिष्यों ने उनके पास जाकर उनकी परेशानी का कारण पूछा। उन्होंने बताया कि उनके पैर में गाँठ पड़ गई है। उन्होंने अपना वह पैर कपड़े से ढक रखा था। शिष्यों ने उसे ठीक करने का उपाय पूछा तो उन्होंने बताया कि इसे अगर किसी ने अपने मुँह से चूस लिया तो गाँठ के ऊपर बना