अंकल कुछ खाने को दे दो। दो दिनो से कुछ नहीं खाया है। जा जा जाके कहीं और मांग पता नहीं सुबह सुबह कहां से चले आते है। जाकर कमाता क्यों नहीं है ? सब मुफ्त का खाना चाहता है। ऐसा बोलते हुए दुकानदार एक लड़के को फटकार के वहां से भगा देता है। वो लड़का जो की दो दिनों से भूखा प्यासा तड़पता रहता है । एक वक्त की रोटी भी उसे नसीब नहीं होती है। दुकानदार का ताना सुनकर वो लड़का वहां से रोता हुआ आगे चला जाता है। फिर वो एक और फलों के दुकान