कुरुक्षेत्र की पहली सुबह - 27

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27.आकर्षण प्रेम का उस जन्म के पूर्व पहले शरीर में संग्रह किए हुए बुद्धि संयोग को अर्थात समबुद्धि रूप योग के संस्कारों को मनुष्य अनायास ही प्राप्त कर लेता है।  मानव जन्म श्रेष्ठ और दुर्लभ है इसमें हम अपनी आध्यात्मिक उन्नति का प्रयास कर सकते हैं और पूर्व संचित संस्कारों और पुण्य कार्यों के प्रभाव को इस जन्म में भी प्राप्त कर सकते हैं। पांडव कुमारों को श्रेष्ठ मानव मूल्यों पर चलने की शिक्षा मिली है। जनता के सुख- दुख में हमेशा उनके साथ खड़े रहने वाले पांडव कुमार इसीलिए लोकप्रिय भी हैं।  भगवान कृष्ण ने वर्तमान मानव देह में