प्यार की अर्जियां - भाग 4

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शाम को.... "संदीप को ऑफिस से निकलते रात आठ बज जाता है घर आते डोर बेल बजती है और कन्या हाथ पोछते पहले दरवाजा में बने बाहर देखने की लैंस से देखती है तो संदीप रहता है फिर दरवाजा झट से खोलती है मुस्कुराते हुए ...!! संदीप : "कन्या को मुस्कुराते देखकर मुस्कुराता है और अंदर जाकर सोफे पर बैठते हुए दो फाइल रखता टेबल में फिर अपनी गले से टाई निकालते हुए...!! "कन्या डायनिंग टेबल में रखे गिलास में पानी लेकर आती है संदीप के लिए और गिलास को संदीप के तरफ बढ़ा देती है ..!! "संदीप मुस्कुराते हुए