संस्मरणबीते दिनों में करवा चौथ"""""""""""""""""""""""""******* करवा चौथ का पर्व आते ही मुझे अपने बचपन के दिनों की याद आ जाती है, जब घर के आंगन में हफ्तों पहले से ही बड़ी मां दादी के निर्देशानुसार पश्चिमी दीवार पर चिकनी मिट्टी से लीपकर दीवार को चिकना करती थीं। फिर अच्छे से सूख जाने पर उस पर काले रंग से ( जो हम लोग पुराने हो चुके टार्च के सेल को फोड़कर निकालकर उन्हें देते थे,जिसे वे मिट्टी के बरतन में पानी डालकर घोलकर बना लेती थीं) करवा मां की आकृति का आउट लुक बनाती थीं। फिर उसको गेरू और चावल के