वो माया है.... - 84

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(84) दिशा दिल्ली वापस आ गई थी। शांतनु की कोशिश से उसके और मनीषा के बीच जो मतभेद था वह खत्म हो गया था। मनीषा को दिशा का नज़रिया समझ आ गया था। दिशा भी समझ गई थी कि उसकी मम्मी ने जो कुछ किया था वह उसके बारे में सोचकर किया था। गाज़ियाबाद से चलते समय दिशा ने अपनी मम्मी को समझाया था कि वह उसे लेकर परेशान ना हों। उसे बस कुछ समय चाहिए। उसके बाद वह वही करेगी जो वह चाहती हैं। मनीषा ने भी उससे कहा था कि अपनी ज़िंदगी का फैसला वह अच्छी तरह से